Wednesday, April 18, 2012

दाल और दुल्हन

"दाल और दुल्हन" (with tagline: "कुछ दीवारें हमेशा के लिए कड़ी रहती हैं") मेरी अगली पिक्चर का शीर्षक होगा, नाम से चाहे भले ही किसी टी.वी. सीरियल का नाम लगता हो |
इसी सोच में एक सोच और जुड़ जाती है की हमारे सिनेमा और टी.वी. डब्बे में इतना फर्क क्यों है - क्या लोग, अपनी जीवन के साधारणता के ध्यान में टी.वी. पर साधारण जीने के बारे में देखना चाहते हैं, और सिनेमा को उसी जीवन से अलग होने के नज़रिए से देखते हैं?

दोबारा सोचा जाए, तो: "दूध, दाल, दही, और दुल्हन" ज्यादा बढ़िया शीर्षक है|

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